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परीक्षा केंद्र के बाहर उतरवा दी ज्वेलरी
हिमाचल प्रदेश में रविवार को पुलिस कॉस्टेबल लिखित परीक्षा का दूसरी बार आयोजन हुआ। कड़ी सुरक्षा के बीच अभ्यर्थी सेंटर के भीतर पहुंचे। सीसीटीवी कैमरों और जैमर के बीच यह पेपर हुआ। सिक्योरिटी इतनी टाइट थी कि युवतियों की ज्वेलरी समेत हेयर पीन भी बाहर ही रखवा दी गई। किसी भी अभ्यर्थी को पेपर बोर्ड तक अंदर ले जाने की मनाही थी।
अभ्यर्थी केवल दो ही पेन अपने साथ ले जा सके। वह भी पूरी चैकिंग के बाद। सुबह 9 बजे से ही अभ्यर्थी सेंटर में पहुंच गए। जिसके बाद चेकिंग प्रोसेस शुरू हुआ। मेटल डिडेक्टर भी हर सेंटर के बाहर लगाए गए थे। कोई भी अभ्यर्थी अपना बैग अंदर नहीं ले जा सका। मोबाइल, कैलकुलेटर, स्मार्ट वॉच, ब्लूटूथ, इयरफोन, हेल्थ बैंड, अर्लाम क्लाक, बैंग, किताबों को ले जाने की अनुमति नहीं थी। रेंज के अनुसार पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई थी। पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष एडीजीपी अभिषेक त्रिवेदी बनाए गए । उडन दस्ते भी पुलिस के जगह-जगह सेंटर पर जाकर व्यवस्था पर नजर रखे हुए थे। दोपहर 12 बजे से 1 बजे तक पेपर का आयोजन किया गया।
गौरतलब है कि इससे पहले 27 मार्च को प्रदेशभर के 81 परीक्षा केंद्रों में पेपर हुआ था। 1334 पदों पर लिखित परीक्षा हुई। 5 अप्रैल को परिणाम घोषित हुआ। लेकिन 5 मई को पेपर लीक होने पता चला। जिसके बाद सीएम ने 6 मई को पत्रकार वार्ता कर पेपर को रद्द कर दिया। मामले की जांच को एसआईटी बिठा दी। एसआईटी ने मामले की जांच करते हुए 171 आरोपियों को पकड़ा। जिसमें 116 अभ्यर्थी थे।
116 अभ्यर्थी नहीं दे पाए पेपर
पुलिस कॉस्टेबल भर्ती परीक्षा में आरोपी पाए गए 116 अभ्यर्थी पेपर नहीं दे पाए। इस बारे में पुलिस विभाग ने सरकार को पहले ही लिखकर दे दिया था। इन अभ्यर्थियों को रोलनंबर भी जारी नहीं किए गए, न ही इनका नाम किसी लिस्ट में था। यह वह अभ्यर्थी थे जिन्होंने पैसे लेकर पुलिस भर्ती का पेपर लिखित परीक्षा से एक दिन पहले पढ़ा था।