प्लास्टिक कचरा खरीदने की नीति को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश, उपायुक्तों, शहरी व स्थानीय निकाय के प्रतिनिधियों से की वीडियो कांफ्रेंस
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला: पुन: चक्रित नहीं होने वाले और एकल उपयोग प्लास्टिक नीति को फील्ड स्तर पर लागू करने के लिए विभिन्न संस्थागत प्रबंधों की समीक्षा बैठक बुधवार को वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिक विभाग के मुख्य सचिव आरडी धीमान ने की, जिन्होंने सभी उपायुक्तों, स्थानीय शहरी निकायों के प्रतिनिधियों और संबंिधत विभागों के अधिकारियों के साथ चर्चा की।
आरडी धीमान ने कहा कि इस नीति को प्रभावी ढंग से कार्यान्वित किया जाए, ताकि प्रदेश को प्लास्टिक कचरे से मुक्त किया जा सके। उन्होंने सभी उपायुक्तों को यह सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए कि संबधिंत स्थानीय शहरी निकाय संग्रहण केंद्र स्थापित करें। कूड़ा उठाने वाले पंजीकृतों और खरीदे गए प्लास्टिक कचरे का उपयोग सड़क निर्माण और सीमेंट उद्योगों में ईंधन के लिए हो।
उन्होंने बताया कि विभाग एकल उपयोग प्लास्टिक 75 रुपये प्रति किलोग्राम से खरीदेगा। इस उद्देश्य के लिए 1 अक्टूबर को बाय बैक पॉलिसी अधिसूचित की गई है और यह नीति 2 अक्तूबर को औपचारिक रूप से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा शुरू की गई है। नीति के अंर्तगत शहरी स्थानीय निकायों द्वारा अपशिष्ट प्लास्टिक खरीदे जाएंगे।
यह प्लास्टिक ही खरीदें: राणा
पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के निदेशक डीसी राणा ने अवगत करवाया कि राज्य सरकार पुन: चक्रित नहीं होने वाले और एकल उपयोग प्लास्टिक को कूड़ा उठाने वालों के माध्यम और घरों से 75 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खरीदेगी। इसके लिए नीति 1 अक्तूबर को अधिसूचित की गई है। उन्होंने कहा कि कूड़ा उठाने वालों को अच्छा पारिश्रमिक देने के उद्देश्य से यह नीति अधिसूचित की गई है। उन्होंने कहा कि इस नीति के अंतर्गत स्थानीय शहरी निकाय ब्रैड, केक, बिस्कुट, नमकीन, चिप्स, टोफिया, आइसक्रीम, नूडल, दालों व बेकरी उत्पादों की पैकिंग में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक वेस्ट को खरदा जाएगा। इसके अतिरिक्त दूध, तेल शैंपू, साबुन, दहीं व जूस आदि के प्लास्टिक को भी खरीदा जाएगा।
यह प्लास्टिक न खरीदें
पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के निदेशक डीसी राणा ने कहा कि भारी प्लास्टि कचरे जैसे प्लास्टिक फर्नीचर, खिलौने, इलैक्ट्रॉनिक व इलैक्ट्रिक प्लास्टिक, मिनरल वाटर बोतलें, बाल्टियों, प्लास्टिक के डिब्बे, टीफिन आदि वस्तुओं को इस नीति के अंतर्गत नहीं खरीदा जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी तक 1055 किलोग्राम प्लास्टिक कचरे को खरीदा