प्रवीन मुंगटा। शिमला
प्रदेश में होने वाले उपचुनाव की चारों सीटों मंडी लोकसभा, फतेहपुर, अर्की व जुब्बल कोटखाई विधानसभा उपचुनाव पर सुरक्षा व्यवस्था व कोरोना नियमों का पालन सुनिश्चित करवाने के लिए वीरवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी. पालरासू ने पुलिस महानिदेशक, संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक की।
शिमला में पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि उपचुनावों की सुरक्षा का जिम्मा संभालने के लिए 6 पैरामिलिट्री टुकड़ियां हिमाचल पहुंच चुकी हैं, जिन्हें विभिन्न जिलों में बांट दिया गया है और उन्हें सुरक्षा और निगरानी का ज़िम्मा सौंप दिया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश मे 148 सवेंदनशील मतदान केंद्र और ईवीएम की सुरक्षा का जिम्मा भी पैरामिलिट्री फोर्स को दिया गया है। पालरासू ने बताया कि प्रदेश के कुल 2749 मतदान केंद्र में से 40 मतदान केंद्रों को केवल महिलाओं द्वारा संचालित किया जाएगा।
2696 कुल पोलिंग स्टेशन में से 1400 को वेब से जोड़ा गया है। इन पोलिंग स्टेशन में वेब के माध्यम से निगरानी रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के ख़र्चे पर भी नजर रहेगी।
विधानसभा का चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार के लिए ख़र्चे की अधिकतम राशि 30.70 लाख रुपये रखी गई है जबकि लोकसभा में ये राशि अधिकतम 77 लाख रखी गई है।
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि उपचुनावों में 15.3 लाख वोटर अपने मत का प्रयोग करेंगे, जिनमें मंडी संसदीय सीट में सर्वाधिक 13 लाख वोटर हैं।
फतेहपुर में 87 हज़ार, अर्की में 92600 व जुब्बल में 71 हज़ार वोटर हैं। उन्होंने बताया कि मंडी में 32077 नए वोटर, फतेहपुर 2069, अर्की 2564, जुब्बल कोटखाई 1595 नए वोटर बने हैं, इनमें से 18054 दिव्यांग वोटर हैं।