रोहित शर्मा। शिमला
लॉकडॉऊन के बाद से ज्यादात्तर काम डिजिटली हो रहीे है। चाहे बिजनेस मीटिंग, कंपनी, प्रेजेंटेशन, सरकारी काम हो या बच्चों के स्कूल और कोचिंग क्लासेज। ऐसे में साइबर क्राइम का खतरा भी बढ़ता ही जा रहा है।
ऑफिस और वर्क प्लेस के सिक्योर नेटवर्क की जगह इस समय अधिकांश लोग अपने पर्सनल डिवाइसेस से लॉगइन कर रहे है। ऐसे में इन्हें अटैक करना हैकर्स के लिए आसान हो जाता है।
साइबर अपराधियों ने अब कोरोना की जानकारी और कोरोना के मामलों की जानकारी के नाम पर भी लोगों को ठगना शुरू कर दिया है। कोरोना वायरस के दौर में लोग कोरोना से जुड़ी जानकारियां और कोरोना के नए मामलों को जानने के लिए उत्सुक रहते है। साइबर अपराधी इन्हीं बातों का फायदा उठा कर लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे है।
सोशल मीडिया और कई वेबसाइट्स पर दर्जनो फेक मेसेज और लिंक भरे रहते हैं, जो कभी कोरोना के बारे में जानकारी देने का दावा करते है। इनमें से कई एंप्लॉयमेंट फंड्स के बारे में जानकारी देने के भी लुभावने तरीके लेकर आते हैं, ताकि लोग इन पर क्लिक करने को मजबूर हों।
अधिकतर फेक यूपीआई आईडी और मेसेज अन अधिकृत सोर्स से आते हैं। इन फेक लिंक पर क्लिक करने पर आपका स्मार्टफोन और लैपटॉप हैक हो सकता है, जिससे साइबर अटैक का खतरा बढ़ता है। ऐसे में अपने सिस्टम को सिक्योर रखने और साइबर अटैक से बचने पर बहुत ध्यान देने की जरूरत है।
ई-मेल, मैसेज और व्हाट्सऐप या फोन किसी भी माध्यमों से किसी संस्थान या व्यक्ति को बैंक डिटेल, डेबिट कार्ड, क्रेडिट, ऑनलाइन बैंकिंग, पेमेंट बैंक या वर्चुअल ऐप वॉलैट कि जानकारी शेयर नहीं करें। साइबर चोर इन तरीकों से लालच देकर लूटते हैं। किसी भी सूरत में अनजान लिंक को नजरअंदाज करें और उसे नहीं खोलें। पासवर्ड सुरक्षा हर एक अकाउंट के लिए अलग-अलग पासवर्ड का उपयोग करें। सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें। स्ट्रोक लॉगर और दूसरे मालवेयर से बचने के लिए हमेशा अपडेटेड रखे।
महिलाएं और बुजुर्ग आसान शिकार
महिलाएं एवं बुजुर्ग साइबर अपराधियों के आसान शिकार होते हैं। कुछ एक बातों पर ध्यान दें, तो इस मुसीबत से बचा जा सकता है। एटीएम मशीन का अभ्यास बहुत अच्छे से करें, ताकि आपको किसी की मदद की जरूरत नहीं पड़े।
यदि पड़े तो भी सिर्फ सुरक्षा गॉर्ड की मदद लें। एटीएम से निकली पर्चियों को इधर-उधर ना फेंके। पैसे निकालते समय कोशिश करें कि आप मशीन पर अकेले हों और कोई आपके पिन को न देखे। महिलाएं अपने फोटो व जानकारियों को सोशल साइट्स पर न डालें। मिस्ड कॉल्स, अनजान लिंक्स व पोर्न साइट्स को टालें। बैंक से फोन आने पर कुछ भी जानकारी शेयर ना करें, बल्कि बैंक जाकर सारी बातें स्पष्ट करें।
इन सावधानियों को बरतें
- सावधानी और गोपनीयता जरूरी
- समय-समय पर बदलते रहें पासवर्ड
- निजी जानकारियां साझा न करें
- नई तकनीक की जानकारी रखें
- सोशल मीडिया पर साझा न करें निजी तस्वीरें
साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए नए नए हथकंडे अपना रहे है। ऐसे में बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। कोरोना वायरस की जानकारी और कोरोना के मामलों की जानकारी देने वाले कई फेक लिंक इंटरनेट पर मौजूद है। इनके बहकावा में आना महंगा पड़ सकता है। ऐसे में आपकों सतर्क रहने की जरूर है।
-नरवीर सिंह राठौर, एएसपी साइबर क्राइम