केवट ने श्री राम को पार करवाई गंगा , वृंदावन के कलाकारों का मंचन देखने पंहुंचे हज़ारों
राजीव भनोट।ऊना : श्री राम लीला कमेटी ऊना द्वारा आयोजित दस दिवसीय रामलीला मंचन के सातवें दिन का आगाज रेल बोर्ड की पीएससी कमेटी के सदस्य हरि ओम भनोट ,एचपीसीए के राज्य सचिव सुमित शर्मा, डॉ राजन आंगरा,गगन ओहरी,कृष्ण मोहन पांडे, आरएन शर्मा ,अरविंद बॉबी व राजन पुरी ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर हरि ओम भनोट व सुमीत शर्मा ने श्री रामलीला कमेटी द्वारा लगातार किए जा रहे दस दिवसीय आयोजन को सराहा। उन्होंने कहा है कि सभी को इस धार्मिक सम्मेलन में हिस्सा लेना चाहिए और श्री राम की लीलाओं का मंचन देखना चाहिए कि श्री राम ने हमारे लिए किस प्रकार से आदर्श स्थापित किए हैं। उन्होंने श्री राम लीला कमेटी को हरसंभव सहयोग देने का भी विश्वास दिलाया। श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अविनाश कपिला, महासचिव डॉक्टर सुभाष शर्मा, मास्टर चमन लाल चौधरी, रामपाल बेदी, ललित सांभर, बलविंद्र गोल्डी व राज कुमार पठानिया ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह व सिरोपा देकर सम्मानित किया।
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वृंदावन से आई टीम तारा चंद एंड पार्टी ने रामलीला मंचन को आगे बढ़ाते हुए बताया कि श्रीराम राजा दशरथ आज्ञा लेकर वनवास को निकले तो सुमंत राम, लक्ष्मण व माता सीता को गंगा तट तक छोड़कर आए। गंगा पार करने के लिए श्री राम का मिलन खेवट से हुआ। केवट और श्रीराम के संवाद ने श्रद्धालुओं को भावुक कर दिया। वहीं केवट द्वारा श्रीराम के चरण धोना व उन्हें नैया से नदी पार करवाना व मेहनताना न लेने के प्रसंग सुंदर ढंग से प्रस्तुत किए गए।
श्री राम ने चित्रकूट की कुटिया में अपना आश्रय बनाया। श्रवण के प्रसंग मंचन में बताया गया कि किस प्रकार राजा दशरथ ने श्रवण को अनजाने में मार दिया और उसके माता पिता ने दशरथ को श्राप दिया कि जिस प्रकार हम पुत्र वियोग में है। वैसे ही तुम भी पुत्र वियोग में अपनी देह को त्योगोगे। उसके बाद भरत व शत्रुघन सहित तीनों माताएं एआचार्य वशिष्ठ सहित अयोध्यावासी वन में श्री राम से मिलने पहुंचे। इस दौरान राम व भरत का मिलन देख सबकी आंखें नम हो गई। बहुत सुंदर ढंग से राम व भरत मिलन का मंचन कलाकारों द्वारा किया गया।
श्री भरत ने भगवान श्री राम से वापस अयोध्या चलने को कहा, लेकिन भगवान श्रीराम ने उन्हें पिता की आज्ञा का हवाला दिया और वापस भरत को अयोध्या जाकर राज पाठ संभालने को कहा। भरत ने कहा कि मैं आपकी अमानत के रूप में राज पाठ चला लूंगा, आप मुझे अपनी चरण पादुका दें और 14 वर्ष बाद आकर फिर राजपाठ आप संभाले। श्री राम ने चरण पादुका ने दीए जिसके बाद अयोध्या वासी वन से वापिस हुए।
इस मौके श्री रामलीला कमेटी ऊना के चेयरमैन सोमनाथ स्वर्णकार, हरी ओम गुप्ता,प्रदीप चड्डा, मनीष सांभर, राजीव भनोट, राजीव शर्मा, आचार्य अश्विनी, गोपाल कृष्ण, पालु, शिवकुमार सांभर, गणेश सांभर, पवन कालिया,प्रिंस राजपूत,डॉ अनुराग,अनिल कपिला, ओंकार कपिला, संदीप कश्यप,गुरिंदर बॉबी,सागर, सहित अन्य मौजूद रहे।
दशहरें पर फूंकेंगे 52 फीट ऊंचे रावण
श्री रामलीला कमेटी ऊना द्वारा 8 अक्टूबर को दशहरा पर्व आयोजित किया जाएगा जिसमें दोपहर 3 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू होंगे ,विभिन्न स्कूलों के बच्चे अपनी प्रस्तुतियां देंगे तो वही सांय साढे 6:30 बजे रावण, मेघनाथ व कुंभकरण के पुतले जलाए जाएंगे ।श्री रामलीला कमेटी कमेटी के अध्यक्ष अविनाश कपिला ने बताया कि इस 52 फीट ऊंचे रावण के पुतले को दहन किया जाएगा,यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।