शकील कुरैशी : शिमला
प्रदेश सरकार की एजेंसी स्टेट इंडस्ट्रियल डेवेलपमेंट कॉर्पोरेशन (एसआईडीसी) को मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए चिह्नित जमीन को डेवेलप करने का काम दिया गया है। इसी सरकार एजेंसी से यहां पर मूलभूत सुविधाएं जुटाई जाएंगी, जिसके बाद निवेश करने वाली कंपनियां यहां पर अपना सेटअप तैयार कर सकेंगी।
केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश को मेडिकल डिवाइस पार्क मंजूर किया गया है, जोकि प्रदेश के नालागढ़ एरिया में होगा। इसके लिए जमीन भी उपलब्ध है और पैसा भी है। निर्माण एजेंसी को पैसा दे दिया गया है, जिसके काम शुरू करने का इंतजार हो रहा है। इसकी डीपीआर का काम चल रहा है, जिसके तहत यहां पर आधारभूत ढांचा विकसित किया जाएगा। बता दें कि केंद्र सरकार ने हिमाचल को पहले चरण में 100 करोड़ की राशि जारी की है। यह राशि एसआईडीसी को काम करने के लिए दी गई है।
यहां सरकार की ओर से इंडस्ट्रीयल सेक्टर में एसआईडीसी ने काफी ज्यादा काम किया है। बड़ी बात यह है कि इतना बड़ा काम उसे अब सौंपा गया है, जिससे उसका भी कामकाज आगे बढ़ेगा। इससे पहले उसके पास जो संपत्ति तैयार थी वो उसने उद्योगों को अलॉट कर दी है।
सरकार की इस निर्माण एजेंसी ने अपना खाका बनाना शुरू
कर दिया है। एसआईडीसी ने पहले जिस तरह से उद्योगपतियों को अलग-अलग स्थानों पर शैड व औद्योगिक प्लॉट विकसित करके दिए हैं उसकी तरह से मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए भी तैयार करेंगे। बड़ी संख्या में यहां पर उद्योग स्थापित होंगे, जिनके लिए करार होने शुरू हो चुके हैं। चंडीगढ़ और दिल्ली में कुछ कंपनियों के साथ समझौते किए जा चुके हैं। आने वाले समय में बड़ा निवेश यहां मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए आना पूरी तरह से तय है।
- डेवेलपमेंट वर्क के लिए जारी की 100 करोड़ की राशि
- बिजली और पानी समेत सभी आधारभूत जरूरतें करेंगे पूरी
- जल्द काम शुरू करने को दिए निर्देश
350 करोड़ की है कुल परियोजना
अभी केंद्र सरकार ने 100 करोड़ रुपये आधारभूत ढांचे को विकसित करने के लिए दिए हैं। कुल परियोजना 350 करोड़ रुपये की है, जिस पर राज्य सरकार भी पैसा देगी। बिजली बोर्ड से यहां बिजली की व्यवस्था करने को कहा गया है वहीं जल शक्ति विभाग यहां पर पानी की व्यवस्था करेगा। इसके साथ सड़क का निर्माण, प्लॉट की डेवेलपमेंट आदि का काम एसआईडीसी करेगा और ओवरऑल वही पूरा कामकाज देखेगा।
सरकार चाहती है कि जल्द से जल्द इसका निर्माण कार्य यहां पर कर दिया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा निवेश हो सके। यहां चिकित्सा उपकरण तैयार किए जाएंगे जिससे प्रदेश के अस्पतालों को भी बड़ी राहत मिलेगी। अभी सरकार बाहर दूसरे राज्यों से उपकरण लेती है तब यहीं से उपकरण आसानी से मिल जाएंगे, बल्कि बड़े पैमाने पर यहां से चिकित्सीय उपकरण दूसरे राज्यों को जाएंगे।
आधारभूत ढांचा विकसित करने के लिए काम दे दिया गया है। निर्माण एजेंसी अभी दूसरी एजेंसियों से टाईअप कर रही है, जिसे निर्धारित समय पर काम पूरा करना है। एसआईडीसी पहले से बेहतर काम करती आई है जो आगे भी तय समय पर मेडिकल डिवाइस पार्क बनाकर देगा।
– राकेश प्रजापति, एमडी, एसआईडीसी।