अयोध्या मामला : पूर्व पीएम स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की रही थी अहम भूमिका, 1989 में लाल कृष्ण आडवाणी व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्यों संग की थी चर्चा
राजेश कुमार। धर्मशाला : भले ही अयोध्या मामले में शनिवार को सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आ गया हो, लेकिन आपको बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की दिशा में प्रयास की पहली नींव पालमपुर में पड़ी थी। 3 दशक पहले इस संबंध में प्रस्ताव तैयार किया गया था, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की अहम भूमिका रही थी।
उस दौरान पालमपुर में 2 दिवसीय भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई थी। कई वर्षों तक अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मुद्दा छाया रहा। यह वाकया वर्ष 1989 का है, जब भाजपा के अहम मुद्दे अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण का प्रस्ताव तैयार करने में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने अहम भूमिका निभाई थी। वाजपेयी ने उस दौरान 2 दिन तक पालमपुर में रहकर तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी और राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्यों से चर्चा की थी।
इस बैठक में वाजपेयी, आडवाणी सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल थे। गौरतलब है कि वर्ष 1989 की बैठक के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी का खास रुतबा था। भाजपा ने श्रीराम मंदिर के प्रस्ताव को पालमपुर में पहली बार पारित किया और इसमें अटल बिहारी वाजपेयी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अब अयोध्या मामले पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के चलते 1989 की बैठक और अटल बिहारी वाजपेयी का पालमपुर आना इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा।
पालमपुर की जनता में भी खुशी : शांता कुमार
पालमपुर। वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार ने 30 वर्ष पहले भाजपा द्वारा पारित इस प्रस्ताव का उल्लेख करते कहा कि पालमपुर की जनता भी अयोध्या में राम मंदिर के फैसले को लेकर खुश है, क्योंकि अयोध्या में राम मंदिर के लिए आहुति डालने की शुरुआत भाजपा ने पालमपुर से की थी। शनिवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में शांता कुमार ने इसे भारत की जीत बताते कहा कि वर्ष 1992 में मस्जिद ध्वंस को लेकर भाजपा को भंग किया गया था। शांता कुमार ने न्यायालय के सर्वोत्तम व ऐतिहासिक निर्णय के लिए समूचे भारत को बधाई दी है।