पुनीत वर्मा : सोलन
जिला सोलन के देवठी की पहाडिय़ों पर आने वाले समय में व्हाइट सीमेंट प्लांट लगेगा। सरकार इस दिशा में सार्थक प्रयास कर रही है। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक देवठी में व्हाइट स्टोन भारी मात्रा में है। व्हाइट स्टोन को देखते हुए एशियन सीमेंट कंपनी ने यहां पर सीमेंट प्लांट लगाने की इच्छा जताई है। माइनिंग डिपार्टमेंट सोलन को इस बारे में जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया से लेटर मिला है। शुरुआती तौर पर जीएसआई ने डिपार्टमेंट से रिपोर्ट तैयार कर भेजने के निर्देश दिए हैं। डिपार्टमेंट ने सीमेंट प्लांट की संभावनाओं और प्लांट स्थापित करने से होने वाले नफे नुकसान की रिपोर्ट बनानी शुरू कर दी है। हालांकि माइनिंग डिपार्टमेंट ने अपने स्तर पर कुछ औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं।
फॉरेस्ट डिपार्टमेंट से लैंड क्लीयरेंस का इंतजार है। माइनिंग डिपार्टमेंट ने डीएफओ सोलन को पत्र लिखकर यह जानकारी मांगी है कि यह क्षेत्र सेंक्चुरी एरिया में है या नहीं। बता दें कि जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने देवठी की पहाडिय़ों में करीब 12 किलोमीटर क्षेत्र में व्हाइट स्टोन पाया है। यह स्टोन सीमेंट निर्माण के लिए उपयुक्त माना जाता है। स्थानीय लोग बताते हैं कि कुछ समय पहले व्हाइट स्टोन यहां से बाहर सप्लाई भी होता रहा है। ऐसे में यदि स्थिति पॉजिटिव रही तो संबंधित विभाग आगामी दिनों में क्षेत्र में सीमेंट प्लांट स्थापित करने की अगली प्रक्रिया शुरू करेगा। साथ ही सीमेंट प्लांट स्थापित करने की इच्छुक कंपनी एशियन सीमेंट से भी एमओयू होगा। यही नहीं प्लांट से प्रभावित होने वाले लोगों के पुनर्वास सहित पर्यावरण संतुलन के लिए भी गाइडलाइन तैयार होगी।
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के मुताबिक सोलन की सपरून वैली में पीला रेत और व्हाइट स्टोन भरपूर मात्रा में है। ऐसे में यहां पर सीमेंट प्लांट लगने की पूरी संभावना है। उद्योग लगने की स्थिति में क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलने के साथ अप्रत्यक्ष रूप भी स्वरोजगार की संभावनाएं बनेंगी। गौर रहे कि सोलन जिला के दाड़लाघाट एरिया में पहले से दो सीमेंट उद्योग स्थापित हैं। ऐसे में यदि देवठी में भी सीमेंट प्लांट स्थापित करने की प्रबल संभावनाएं बनी तो सरकार इसमें पीछे नहीं रहेगी। हालांकि सीमेंट प्लांट स्थापित करने के लिए सरकारी भूमि के साथ निजी भूमि का भी अधिग्रहण होगा, जिसमें स्थानीय लोगों की आपत्तियां भी हो सकती हैं। देखना होगा की भविष्य में सरकार का इस मामले में क्या रुख रहता है।
तंग सड़क रहेगी चुनौती
नेशनल हाई वे से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित देवठी तक भारी मशीनरी पहुंचाना फिलहाल चुनौती भरा रहेगा। हालांकि सोलन तक फोरलेन की सुविधा है, लेकिन देवठी की ओर सड़क तंग है। इस कारण बड़ी मशीनों को पहाड़ी तक ले जाना चुनौती भरा रहेगा।
व्हाइट सीमेंट प्लांट की संभावनाएं तलाश करने के लिए जीएसआई की ओर लेटर आया है। देवठी में करीब 12 किलोमीटर के दायरे में पहाड़ी पर भारी मात्रा में व्हाइट स्टोन है, जबकि निचले हिस्से में पीली रेत की खाने हैं। पहाड़ी सेंक्चुरी एरिया में है या नहीं इसके लिए फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को स्टेटस बताने के लिए चिट्ठी भेजी गई है।
– दिनेश चौधरी
जिला खनन अधिकारी, सोलन।