नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, प्रह्लाद पटेल और अनुराग ठाकुर फाइनल, अडानी, मारुति हीरो, पीएंडजी जैसे बड़े औद्योगिक समूह आएंगे, 1500 अतिथि कन्फर्म, 2000 होटल रूम चाहिए होंगे धर्मशाला में
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : राज्य की पहली ग्लोबल इन्वेस्टर मीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के अलावा पांच और केेंद्रीय मंत्री अब तक कन्फर्म हो गए हैं। इनमें नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, प्रह्लाद पटेल, अनुराग ठाकुर जैसे नाम तय हैं। यही नहीं, औद्योगिक समूहों में अडानी, मारुति, हीरो और पीएंडजी जैसे बड़े घराने भी आ रहे हैं। हालांकि रिलायंस और गोदरेज के न आने की सूचना आ चुकी है। अब तक सीआईआई से 1500 अतिथि कन्फर्म हुए हैं। इनमें औद्योगिक निवेशकों के अलावा की नोट स्पीकर्स भी शामिल हैं, जो सेक्टर वाइज सेशन में हिस्सा लेंगे।
इस कारण इस आयोजन के लिए अब धर्मशाला को करीब 2000 होटल रूम्स चाहिए। इस जरूरत को देखते हुए इन्हें लाने ले जाने के लिए गाडिय़ों को भी 250 से 400 कर दिया गया है। दरअसल जयराम सरकार इस मीट के इंतजामों में कोई कमी नहीं रखना चाहिए। साथ ही ये ध्यान भी रखा जा रहा है कि किसी स्तर पर फिजूलखर्ची भी न हो। अब तक इस मीट के लिए तय लक्ष्य यानी 85 हजार करोड़ के बदले करीब 80 हजार करोड़ के एमओयू साइन हो चुके हैं और शेष एमओयू अब मीट के दौरान ही तय होंगे। राज्य सरकार का आकलन है कि इस निवेश से करीब डेढ़ लाख लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। हालांकि अब भी बड़ी चुनौती इस निवेश को धरातल पर लाना है। बहरहाल, इन्वेस्टर मीट पर पूरे राज्य की निगाहें टिकी हुई हैं।
हिमाचली संस्कृति की झलक कल्चरल नाइट में
7 नवंबर को इन्वेस्टर मीट का शुभारंभ पीएम मोदी करेंगे। वह करीब चार घंटे तक वहां रहेंगे और लंच के बाद दिल्ली लौटेंगे। शाम को डिनर से पहले एक घंटे की कल्चरल संध्या का आयोजन होगा, जिसमें हिमाचल की विविध संस्कृति की झलक अतिथियों को देखने
को मिलेगी।
रात को धर्मशाला रुकेंगे गृह मंत्री अमित शाह
8 नवंबर को गृह मंत्री अमित शाह मीट का समापन करेंगे और वह शाम 6 बजे तक धर्मशाला में ही होंगे। यानी उन्हें रात को धर्मशाला में रुकना है और अगले दिन वापस लौटना है। इससे पहले 8 को ही सुबह एमओयू साइन करने वाले निवेशकों से सीएम जयराम अलग से मिलेंगे।
धर्मशाला जाने से पहले प्रेस वार्ता करेंगे सीएम
इन्वेस्टर मीट के लिए 4 को धर्मशाला जाने से पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर शिमला में मीडिया से रू-ब-रू होंगे। वह इन्वेस्टर मीट की उम्मीदों और चुनौतियों पर सरकार का पक्ष रखेंगे और इंतजामों के बारे में भी बताएंगे। इसमें ये भी पता चलेगा कि सरकार लक्ष्य को कितना पूरा करती है।