अजय कुमार। मंडी : इस बार गणतंत्र दिवस की परेड पर पूरा देश राजपथ से भगवान रघुनाथ जी के दर्शन करेगा। कुल्लू दशहरा के नजारे को झांकी के रूप में प्रदर्शित करने को मंजूरी मिल गई है। 7 साल के अंतराल के बाद राजपथ पर होने वाली परेड में हिमाचल की झांकी दिखेगी।
गणतंत्र दिवस की परेड में देश के 2८ राज्यों और ९ केंद्रशासित प्रदेशों में से कुल 16 को झांकी प्रस्तुत करने का मौका मिला है। इनमें से हिमाचल छठे नंबर पर है। भारत सरकार के अंडर सेक्रेटरी सुमित गाखर ने झांकी प्रदर्शित करने की मंजूरी देने का पत्र हिमाचल सरकार के मुख्य सचिव को भेज दिया है। गणतंत्र दिवस की परेड में दिखाई जानी वाली इस झांकी का मॉडल हिमाचल प्रदेश के भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा तैयार किया गया है।
हिमाचल की झांकी में कुल्लू दशहरा का पूरा नजारा कैद है। झांकी के जिस रूप को मंजूरी मिली है उसमें भगवान रघुनाथ के रथ सहित कुल्लू देव मिलन का नजारा शामिल है। भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा बनाए गए मॉडल में सबसे आगे देवता का मुखौटा है। उसके साथ देवलू और बजंतरी चलते हुए दिखाए गए हैं। इन सब के साथ ही भगवान रघुनाथ का रथ है। दशहरा उत्सव में आए लोग देव रथ को खींच रहे हैं। 7 साल के बाद हिमाचल प्रदेश को गणतंत्र दिवस के मौके पर अपनी संस्कृति दिखाने का मौका मिला है।
इससे पहले साल 2013 में हिमाचल की झांकी के दर्शन देश ने किए थे। गणतंत्र दिवस की परेड़ में हिमाचल प्रदेश सहित आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, जेएंडके, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, मेघालय, उड़ीसा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडू, तेलंगाना और उत्तरप्रदेश को झांकियां प्रदर्शित करने को मंजूरी दी गई है। इन सब प्रदेशों को समय पर झांकियां तैयार करने के निर्देश भारत सरकार द्वारा दिए गए हैं।
हिमाचल की देव संस्कृति पर आधारित कुल्लू दशहरा की झांकी के सहारे पूरा देश भगवान रघुनाथ के दर्शन कर पाएगा। इस गणतंत्र दिवस की परेड़ में भगवान रघुनाथ सहित कुल्लू दशहरा पर आधारित झांकी को राजपथ पर दिखाने को मंजूरी मिल गई है।
-बाल कृष्ण शर्मा, सहायक संयुक्त निदेशक, भाषा एवं संस्कृति विभाग
रंगशाला में बनेंगी झांकियां
गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल की गई सभी राज्यों की झांकियां राष्ट्रीय रंगशाला कैंप में बनाई जाएंगी। इन झांकियों के मॉडल पहले ही फाइनल हो चुके हैं। अब इन्हें सिर्फ मूर्त रूप देना शेष है। झांकियां बनाने का यह काम नई दिल्ली के नजदीक केंद्रीय विद्यालय नंबर दो और एपीएस कालोनी में होगा। इन झांकियों से संबंधित अधिकारी 26 दिसंबर से दिल्ली में ही रहेंगे।
23 जनवरी को फुल ड्रेस रिहर्सल
हिमाचल सरकार को भेजे गए पत्र में यह भी साफ कर दिया है कि झांकी को मूर्त रूप देने का काम 26 दिसंबर से राष्ट्रीय रंगशाला कैंप नई दिल्ली में शुरू होगा। 31 दिसंबर तक झांकी का प्लेटफॉर्म और छह जनवरी तक सुपर स्ट्रक्चर तैयार कर लेने के निर्देश दिए गए हैं।19 जनवरी तक झांकी को मुक्कमल किया जाना है और 23 जनवरी को फुल ड्रेस रिहर्सल की जाएगी।