शिमला:
चंडीगढ़ के बाद अब राजधानी शिमला में भी गाडिय़ों की विंड स्क्रीन पर लगाए पदनाम या पेशे आदि के स्टिकर हटाए जाएंगे। शिमला पुलिस इस अभियान की शुरुआत नए वित्त वर्ष से करने जा रही है, लेकिन इसे पुलिस से शुरू कर दिया गया है।
शुक्रवार को हुई क्राइम बैठक में एसपी शिमला ने सभी पुलिस जवानों से अपनी गाडिय़ों से पुलिस शब्द हटाने को कहा। बैठक की अध्यक्षता एसपी शिमला ओमापति जम्वाल ने की। इसके बाद संभवतया पहली अप्रैल से हाईकोर्ट की 2015 में दी गई जजमेंट को लागू किया जाएगा। इसके बाद गाडिय़ों पर पुलिस, प्रेस, एडवोकेट या अन्य तरह के निशान नहीं लगाए जा सकेंगे। केवल सील्ड रोड के व्हीकल परमिट ही मान्य होंगे।
हालांकि शिमला में ज्यादातर पुलिस जवानों की ओर से पुलिस शब्द को हटा भी दिया गया है। इसके अलावा सभी थाना प्रभारी अपने अधीन चौकी व गार्दों इत्यादि में इस आदेश का सख्ती से पालन कराएं। बैठक में पुलिस के जवानों को निर्देश दिए गए हैं कि स्कूल खुलने पर ट्रैफिक जाम की समस्या से बचने के लिए पहले से ही तैयारियां कर लें।
ट्रैफिक जाम की समस्या से कैसे निपटना है? इसके लिए पहले से ही प्लान तैयार करने को कहा गया है। इसके अलावा प्रदेश में बढ़ते नशे को रोकने के लिए पुलिस नशा निवारण के तहत आम लोगों को अपने साथ जोड़ेगी और लोगों को जागरूक भी करेगी।
शिमला पुलिस की ओर से अब शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ सख्ती अपनाई जाएगी। हालांकि पुलिस ने पहले से ही शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। पुलिस का दावा है कि इसकी वजह से वाहन दुर्घटना के मामलों में काफी हद तक कमी आई है। वहीं, अब थाना प्रभारियों को आदेश दिए गए हैं कि अपने अपने क्षेत्रों में डं्रकन ड्राइविंग रोकने के लिए नाके लगाए जाएं।
पर्यटकों को बचाने वाले पुलिस कर्मी सम्मानित
मासिक अपराध बैठक के दौरान बर्फबारी के दौरान जान जोखिम में डालकर पर्यटकों को सुरक्षित निकालने वाले 10 कर्मचारियों को भी सम्मानित किया गया। वहीं मोटर व्हीकल एक्ट के तहत उन उल्लंघनाओं के ज्यादा से ज्यादा चालान करने का कहा गया है जिनसे दूसरे के जानमाल को खतरा होता हो। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में सीट बेल्ट और दोपहिया वाहनों में हेलमेट पहनने के लिए जागरूकता लाने को कहा गया है।
स्कूल खुलने से पहले नया ट्रैफिक प्लान बनेगा
फरवरी माह के दूसरे सप्ताह में राजधानी शिमला के सभी सरकारी और निजी स्कूल खुल जाएंगे। ऐसे में छुट्टियों के लिए घर गए बच्चे और अभिभावक शहर में लौट आएंगे। स्कूलों के खुलने से शहर में ट्रैफिक फिर से बढ़ जाएगा। ऐसे में शहर में ट्रैफिक जाम न लगे, इसके लिए शिमला पुलिस ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। शुक्रवार को शिमला पुलिस की जिला मासिक अपराध बैठक आयोजित की गई।