खेमराज शर्मा : शिमला
देवभूमि सवर्ण समाज संगठन के कार्यकर्ताओं के शिमला पहुुंचने पर एक बार ऐसी नौबत आ गई कि कभी भी हवाई फायरिंग हो सकती थी, लेकिन पुलिस के जवान आंसू गैस के गोलों के साथ बेरिकेड्स के पीछे तैनात हो गए थे। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने के लिए जवान बस आगामी आदेशों का इंतजार कर रहे थे। इससे ठीक पीछे जिला प्रशासन अपनी रणनीति में जुटा हुआ था। डीसी शिमला समेत एसडीएम शहरी और ग्रामीण के बीच जरूरी बातचीत भी कुछ समय के लिए हुई, जिसके बाद सभी अधिकारी सिर पर हेल्मेट डालकर आगे चले गए। इसके बाद पुलिस फोर्स भी अलर्ट पर हो गई। अधिकारियों ने भी अपने आला अधिकारियों को फोन करना शुरू कर दिए। करीब आधा घंटा तक इसी तरह की स्थिति बनी रही। एक समय तो ऐसा आया कि लोगों की आवाजाही भी पूरी तरह से बंद कर दी गई। लोगों को यहां से हटा दिया गया। 103 और रेलवे स्टेशन के पास तैनात पुलिस जवानों को भी अलर्ट कर दिया गया। यहां पर भी बेरिकेड्स लगा दिए गए व वाहनों को रोक दिया।
न्यू, ओल्ड बस अड्डा को जाने वाले रास्तों पर खड़े किए वाहन
पुलिस ने न्यू और ओल्ड बस अड्डा पर पहले से ही बेरिकेड्स लगाए थे, लेकिन जैसे ही भारी संख्या में प्रदर्शनकारी यहां पर पहुंचे तो सुरक्षा को कड़ा करते हुए दो रास्तों पर पुलिस ने आड़ी-तिरछी करके बसों को पार्क कर दिया, ताकि प्रदर्शनकारी यहां से आगे न निकल सकें। बसों के पीछे भी पुलिस कर्मी तैनात कर दिए गए, ताकि अगर कोई निकलना चाहे तो उसेे वहीं पर पकड़ा जा सके।
पहाड़ी पर चढ़कर दूसरी तरह पहुंचे प्रदर्शनकारी
पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को टूटीकंडी क्रॉसिंग के पास रोका तो कई प्रदर्शनकारी पहाड़ी पर चढ़ गए। वहां से चढ़कर वह बालूगंज वाले रास्ते में पहुंच गए। इसके बाद पुलिस के जवान उस तरफ के लिए भागे। वहां से इन्हे हटाया गया और वापस आंदोलन स्थल तक भेजा गया। क्रॉसिंग से लेकर बाइपास पेट्रोल पंप तक प्रदर्शनकारियों का जमावड़ा लगा रहा।
बुधवार शाम तक पुलिस ने 15 लोगों के खिलाफ दर्ज किए मामले
शिमला। शिमला पुलिस ने देवभूमि सवर्ण समाज संगठन के अध्यक्ष रुमित ठाकुर समेत 15 सदस्यों के खिलाफ रात 8 बजे तक मामले दर्ज कर लिए हैं। 2 अलग-अलग मामलों में इनके खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं। इसमें पहले मामले में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने शोघी में पुलिस की एक बस, जीप समेत एक निजी बस को नुकसान पहुंचाया। इसके अलावा कई जगह पर सरकारी संपत्ति को भी हानि पहुंचाई है।
दूसरे मामले में पुलिस कर्मियों पर किए गए पथराव को लेकर भी मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि शोघी के पास हुए पथराव में एएसपी शिमला समेत 5 अन्य पुलिस कर्मियों को चोटें आई हैं। उन्हें आईजीएमसी में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया है। फिलहाल शाम तक पुलिस वीडियो फुटेज खंगालने में जुटी हुई थी। ऐसे में अभी और लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किए जाएंगे।