प्रदेशभर के बागवानों से 28 मीट्रिक टन सेब किया एकत्र, अध्यक्ष गणेश दत्त ने पत्रकार वार्ता के दौरान दी जानकारी
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : हिमफेड ने इस बार बागवानों से रिकॉर्डतोड़ सेब एकत्रित किया है। प्रदेशभर के बागवानों से करीब 28 मीट्रिक टन सी ग्रेड सेब एकत्रित किया गया है। यह जानकारी हिमफेड के अध्यक्ष गणेश दत्त ने बुधवार को शिमला में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी। उन्होंने बताया कि हिमफेड के प्रदेशभर में कुल 117 सेब एकत्रीकरण केंद्र हैं।
इन केंद्रों से मंडी मध्यस्थता योजना के तहत 8 रुपये प्रतिकिलो की दर से 47,968.6750 मीट्रिक टन सेब एकत्र किया गया है। उन्होंने बताया कि बागवानों से 8 रुपये प्रतिकिलो की दर से करीब 22,37,49,400 रुपये का सेब एकत्र किया गया है, जबकि हिमफेड ने 2.95 रुपये की औसत रेट से इस सेब की बिक्री की है। हालांकि सरकार की ओर से 3.50 लाख रुपये प्रति किलो सेब की बिक्री का अनुमान लगाया गया था। उनका कहना है कि हिमफेड ने पिछले वर्षों की तुलना में इस बार बेहतर काम किया है।
इसके कारण प्रदेश में बागवानों के सेब के सडऩे की सूचना नहीं आई है। इसके अलावा ट्रांसपोर्टेशन का काम भी बेहतर तरीके से किया गया है। उनका कहना है कि हिमफेड की ओर से प्रदेशभर के बागवानों को 22 करोड़ से अधिक राशि का भुगतान किया जाना है। जैसे ही सरकार की ओर से राशि मिलती है बागवानों को उनकी राशि का भुगतान कर दिया जाएगा।
सरकार को भेजा जाएगा कोल्ड स्टोर बनाने का प्रस्ताव
हिमफेड के अध्यक्ष गणेश दत्त का कहना है कि हिमफेड की ओर से प्रदेश में 4 कोल्ड स्टोर खोलने की योजना तैयार की जा रही है। इन कोल्ड स्टोर को बनाने के लिए जल्द ही सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। यह कोल्ड स्टोर सोलन, सिरमौर, किन्नौर शिमला, मनाली, कुल्लू और कांगड़ा व ऊना में खोले जाने हैं।
पिछले वर्षों की तुलना में हुआ सुधार
गणेश दत्त ने बताया कि हिमफेड ने पिछले कुछ वर्षों की तुलना में सुधार किया है। वर्ष 2018-19 में 1.45 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। हालांकि अभी भी हिमफेड करीब 27 करोड़ रुपये के घाटे में है, लेकिन हिमफेड धीरे-धीरे सुधार की ओर अग्रसर हो रहा है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में हिमफेड की ओर से प्रशासनिक खर्चों को कम किया जाएगा और व्यापार को बढ़ावा दिया जाएगा।