बरोट: ललित ठाकुर ।
चौहार घाटी तथा छोटाभंगाल घाटी में गत तीन दिन के अंतराल के बाद वीरवार के दिन भी एक बार फिर से घाटियों एक नीचले भाग में बुधवार देर रात से वारिश के साथ बर्फवारी तथा घाटियों के मियोट, खलैहल , छोटी झरवाड़ तथा बड़ी झरवाबड़ मंडी रूलिंग , लच्छ्याण, मढ़, पंजौंड, राजगुंधा , कुक्कड़ गुंधा , बड़ा ग्रां , नलहौता, कोठी कोहड़ , चेलरा दी मलाह , धरमाण, सरमाण , नेर, जुधार ,भुजलिंग , स्वाड़, पोलिंग , खड़ी मलाह , अन्दरली मलाह आदि दूरवर्ती गाँवों तथा घाटियों के ऊंची – ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं में बुधवार देर रात से वीरवार को दिनभर बर्फवारी का सिलसिला जारी रहा है। यहाँ हो रही वारिश तथा बर्फवारी के कारण यहाँ के तापमान में भी भारी गिरावट आ जाने से दोनों घाटियों में खून जाम करने वाली प्रचंड ठण्ड का प्रकोप भी ज़ारी चला हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार देर रात से वीरवार दिनभर नीचले भाग में वारिश के साथ हुई बर्फवारी के कारण पांच इंच ताज़ा बर्फवारी तथा दूरवर्ती गाँवों में दस इंच से दो फुट ताज़ा बर्फवारी ज़मा हो गई है। वही ऊंची – ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं में ताज़ा बर्फवारी के ढेर लग गए हैं | जिस कारण घाटियों के दोनों घाटियों का जनजीवन पूरी तरह अस्त- व्यस्त हो गया है । वीरवार के दिन घाटियों के दूरवर्ती गाँवों के लोगों ने अपने – अपने घरों में ही दुबके रहे व लकड़ी का चूल्हे में आग सेंककर प्रचंड ठण्ड से निजात पाई । वहीँ घाटियों में स्थित बरोट बाज़ार , लक्कड बाज़ार , लंबाडग , मुल्थान , लोहारडी, दयोट , टिक्कन , थल्टूखोड़ आदि बाजारों के व्यापारियों ने भी वीरवार को दिनभर अपनी दुकानों के अंदर कोयले की अंगीठी व हीटर जलकर प्रंचड ठण्ड से निजात पाते दिखाई दिए ।
घाटियों के वजिन्द्र सिंह , भागमल , रत्तन चंद , कर्म चंद आदि किसानों का कहना है कि सर्दियों के मौसम में पर्याप्त मात्रा में होने वाली बर्फवारी फसलों के लिए संजीवनी जैसा वरदान सिद्ध होती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बर्फवारी के कारण वनसंपदा को काफी नुकसान हुआ है। वहीँ गत दिनों यहाँ हुई बर्फवारी के बाद बहाली की कगार पर पहुंच चुके चौहार घाटी का बरोट – मियोट नो किलोमीटर सड़क मार्ग तथा छोटाभंगाल घाटी का मुल्थान –बड़ा ग्रां सोलह किलोमीटर सड़क मार्ग एक बार फिर वीरवार के दिन हुई बर्फवारी के कारण यातायात के लिए पूरी तरह बंद हो गए हैं। वहीँ वीरवार को हुई बर्फवारी के कारण निचले क्षेत्रों से आने वाली बसें बरोट – मियोट , मुल्थान -बड़ा ग्रां, मुल्थान- लोहारडी बस ठहराव तक जाने के वजाय वीरवार को दिनभर मुल्थान तथा लंबाडग व ठहराव तक ही आवाजाही करती रहीं ।