हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला
प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की समस्याओं को सुलझाने के लिए सरकार की ओर से शुरू किए गए जनमंच कार्यक्रम में अब धीरे-धीरे शिकायतें कम हो रही हैं, लेकिन मांगें बढ़ती जा रही हैं। रविवार को 10 जिलों में जनमंच कार्यक्रम आयोजित किए गए।
इस दौरान देखा गया कि कई जिलों में लोगों की शिकायतें कम थीं, लेकिन मांगें काफी ज्यादा थीं। हालांकि कई जिलों में सिर्फ शिकायतें ही प्राप्त हुईं। खास बात यह है कि सिरमौर
जिला में सिर्फ 32 शिकायतें ही प्राप्त हुईं, जबकि यहां पर मांगों की संख्या 100 से भी अधिक थी। वहीं हमीरपुर और शिमला जिला में शिकायतों व मांगों का ग्राफ लगभग बराबर ही रहा।
हमीरपुर जिला में कुल 57 शिकायतेंं, जबकि 54 मांगें प्राप्त हुईं। वहीं शिमला जिला में 73 शिकायतें और 66 मांगपत्र प्राप्त हुए। इसके अलावा चंबा और बिलासपुर जिले से भी कई मांग पत्र शामिल हुए हैं। जनमंच के दौरान मिली ज्यादातर समस्याओं का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया है। इसके अलावा बाकी शिकायतों को सुलझाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
हालांकि मांगपत्रों पर सरकार विचार करेगी। इन जन मंच कार्यक्रमों में 622 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से अधिकांश मामलों का मौके पर ही निपटारा किया गया। प्रशासन द्वारा जनमंच के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन किया गया। जनमंच कार्यक्रमों में प्रदेश सरकार के 7 कैबिनेट मंत्रियों सहित विधानसभा अध्यक्ष व उपाध्यक्ष ने भी लोगों की शिकायतों को सुना।
मंडी जिले में सबसे ज्यादा 132 शिकायतें
जिला शिकायतें व मांगें
शिमला 73 शिकायतें, 66 मांगें
सिरमौर 32 शिकायतें 100 से ज्यादा मांगें
चंबा 02 शिकायतें, 21 मांगें
हमीरपुर 57 शिकायतें, 54 मांगें
ऊना 53 शिकायतें
सोलन 83 शिकायतें
बिलासपुर 41 शिकायतें, 19 मांगें
मंडी 132 शिकायतें
कांगड़ा 54 शिकायतें
कुल्लू 95 शिकायतें